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सियासी जंग अब ‘INDIA’ बनाम ‘भारत’ पर आई, BJP ने कांग्रेस को घेरा

विपक्षी पार्टियों ने अपने गठबंधन का नाम I.N.D.I.A रखा है. इसके बाद अब लड़ाई भारत बनाम भारत पर आ गई है. इसके साथ ही I.N.D.I.A में D का क्या मतलब है, इस पर भी बीजेपी तंज कस रही है.

लोकसभा चुनाव 2024 में 26 विपक्षी पार्टियां ‘I.N.D.I.A’ नाम के गठबंधन के साथ चुनाव लड़ेंगी. यह गठबंधन यूपीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) की जगह लेगा. कांग्रेस समेत 26 पार्टियों के इस गठबंधन का मुख्य एजेंडा बीजेपी के गठबंधन एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) से मुकाबला करना है. लेकिन अब लड़ाई ‘इंडिया’ और ‘भारत’ के बीच आ गई है.

बेंगलुरु में हुई बैठक में विपक्षी दलों ने अपने गठबंधन का नाम ‘I.N.D.I.A’ तय कर लिया है. इसका पूर्ण रूप भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक या लोकतंत्र समावेशी गठबंधन बताया गया है। विपक्ष की बैठक के बाद इस नाम पर चर्चा शुरू हो गई है. विपक्षी दल जहां इसे ‘टीम इंडिया’ बता रहे हैं, वहीं भारतीय जनता पार्टी और उसके नेता ने इस नाम पर निशाना साधना शुरू कर दिया है.

हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा- इंडिया नाम अंग्रेजों ने दिया

विपक्षी गठबंधन के नाम पर निशाना साधते हुए असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने लिखा, ‘हमारा सभ्यतागत संघर्ष भारत और भारत के आसपास केंद्रित है। अंग्रेजों ने हमारा नाम इंडिया रखा और कांग्रेस ने इसे सही माना। हमें खुद को इस औपनिवेशिक विरासत से मुक्त करना होगा। हमारे पूर्वज भारत के लिए लड़े और हम भारत के लिए काम करना जारी रखेंगे। उन्होंने आगे लिखा…कांग्रेस फॉर इंडिया और मोदी फॉर इंडिया.

कांग्रेस की सफाई

नाम पर मचे घमासान के बीच कांग्रेस की ओर से भी सफाई आनी शुरू हो गई है. कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने लिखा कि भारतीय संविधान का अनुच्छेद 1… इंडिया यानी भारत, राज्यों का एक संघ होगा. यहां जयराम ने भारत और इंडिया को एक बताया.

I.N.D.I.A में D का मतलब क्या है?

चर्चा सिर्फ भारत और इंडिया की नहीं है. बीजेपी नेताओं का यह भी कहना है कि नाम में डी का मतलब खुद विपक्षी दलों को भी समझ नहीं आ रहा है. दरअसल, विपक्षी एकता की बैठक में शामिल लोगों ने जब इसका नाम ट्विटर पर शेयर किया तो उन्होंने फुल फॉर्म अलग-अलग लिखा. उदाहरण के तौर पर कांग्रेस ने D का मतलब डेवलपमेंटल बताया. वहीं शरद पवार ने D का मतलब डेमोक्रेसी लिखा.

बीजेपी की ओर से अमित मालवीय ने कहा कि डी का मतलब डेमोक्रेटिक है या डेवलपमेंटल? जो लोग इस मामूली बात पर आम सहमति नहीं बना सकते, वे देश चलाने की उम्मीद कर रहे हैं।’

मालवीय ने यह भी कहा कि यूपीए को अपना अस्तित्व खत्म कर नई पहचान की जरूरत है. लेकिन नाम बदलने से चरित्र नहीं बदलता.

वहीं, भारतीय जनता पार्टी के ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि पूरी दुनिया में बदनाम हो चुकी ‘INDIA’ को अपना अस्तित्व और परिवार बचाने के लिए इसके नाम का ही सहारा लेना पड़ रहा है. और तो और उन्हें नाम भी सही से पता नहीं चल पा रहा है.

इसके अलावा बीजेपी नेता और यूपी के पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने लिखा कि नया विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. वास्तव में –

I. अनैतिक
N. भाई-भतीजावाद
D. बेईमान
I. असमर्थ
A. गठबंधन एक गठबंधन है।

दिनेश शर्मा ने आगे लिखा, ‘भ्रष्टाचारी भेष बदलकर आ रहे हैं. देश को लूटने वाले नया स्वांग रच रहे हैं. जनता को सावधान रहने की जरूरत है. भारत। हमारे देश का नाम पवित्र है, इसकी तुलना किसी भी गठबंधन से नहीं की जा सकती.

विपक्षी दलों की बैठक में क्या हुआ?
विपक्षी दलों की इस बैठक के लिए कांग्रेस समेत 26 दल बेंगलुरु में जुटे थे. विपक्षी दलों की यह दूसरी बैठक थी. इससे पहले ऐसी बैठक पटना में हुई थी. मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया कि विपक्षी नेताओं की अगली बैठक अब मुंबई में होगी.

गठबंधन का नाम तय होने के बाद अब भी कई सवाल हैं जिनके जवाब मिलना बाकी है. जैसे पार्टियों के बीच सीट बंटवारे का फॉर्मूला क्या होगा आदि. बताया गया है कि इस पर चर्चा के लिए 11 सदस्यों की एक समन्वय समिति बनाई जाएगी. गठबंधन का नाम है I.N.D.I.A. यह किसने दिया यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है। इस बीच, तमिलनाडु की पार्टी विदुथलाई चिरुथिगल काची के प्रमुख तिरुमावलवन ने दावा किया कि बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने I.N.D.I.A. नाम सुझाया गया. बाद में चर्चा के बाद इसे अंतिम रूप दिया गया.

बैठक में शामिल हुए सीपीआई नेता सीताराम येचुरी ने बताया था कि 26 पार्टियों के इस गठबंधन में फिलहाल किसी को 2024 के लिए पीएम का चेहरा नहीं बनाया गया है.

पीएम नरेंद्र मोदी ने भी बेंगलुरु के इस महाजुटान पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने इस बैठक को भ्रष्ट लोगों का सम्मेलन करार दिया. पीएम मोदी ने कहा कि ये लोग असीमित भ्रष्टाचार करते हैं. मोदी ने पोर्ट ब्लेयर में वीर सावरकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए एकीकृत टर्मिनल भवन के उद्घाटन समारोह के दौरान यह बात कही।

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